Monday, April 29, 2024
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प्रदूषण के चलते स्कूलों को लेकर Delhi सरकार के बड़े फैसले के बाद नई गाइडलाइंस जारी

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण (Pollution in Delhi) लगातार बढ़ रहा है, जिसके चलते अरविंद केजरीवाल सरकार को एक अहम फैसला लेना पड़ा है। दरअसल, बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली (Delhi schools holidays ) के सभी स्कूलों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। दिल्ली सरकार ने घोषणा की है कि सर्दियों की छुट्टियां (Winter holidays Delhi schools) 18 नवंबर तक जारी रहेंगी और इस बार सभी स्कूल बंद (Schools will remain closed in Delhi ) रहेंगे क्योंकि प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। चूंकि 19 नवंबर, 2023 को रविवार है, इसलिए स्कूल की छुट्टियां 19 नवंबर तक रहेंगी। इस संबंध में आदेश जारी किया गया.

दिल्ली सरकार के आदेश के अनुसार, दिल्ली में AQI 900 का आंकड़ा पार कर गया है, जो “गंभीर” श्रेणी में आता है। इसके चलते दिल्ली के सभी स्कूलों को बंद (Close all the schools of Delhi) करने का आदेश दिया गया। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गंभीर वायु प्रदूषण के कारण, दिल्ली सरकार ने 9 से 18 नवंबर तक स्कूलों के लिए प्रारंभिक शीतकालीन छुट्टियों (Delhi government announced winter holidays for schools) की घोषणा की है।

आपको बताना चाहेंगे कि दिल्ली में स्कूलों की सर्दियों की छुट्टियां (Winter holidays of schools in Delhi) आमतौर पर दिसंबर और जनवरी के महीने में घोषित की जाती हैं। इस बार प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा है. ऐसे में दिल्ली सरकार ने जल्द ही स्कूलों में शीतकालीन छुट्टियों की घोषणा कर दी है. नए नोटिफिकेशन के मुताबिक, दिल्ली के सभी स्कूल 18 नवंबर 2023 तक बंद रहेंगे.

वायु गुणवत्ता फिर से ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई दिल्ली एनसीआर में

दिल्ली सरकार ने कनॉट प्लेस में लगे उसे ‘स्मॉग टावर’ का निरीक्षण करने के लिए बुधवार को एक टीम भेजी, जिसे दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अध्यक्ष अश्वनी कुमार के ‘एकतरफा’ निर्देशों के बाद बंद कर दिया गया था। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को स्मॉग टावर को चालू करने का निर्देश दिया था। दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में बुधवार को सुबह वायु गुणवत्ता फिर से ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से फैल रहा धुआं राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण में एक-तिहाई योगदान दे रहा है। दिल्ली में मंगलवार को शाम चार बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 395 से और ज्यादा खराब स्थिति में पहुंच गया तथा 421 दर्ज किया गया था।

दिल्ली सरकार ने कनॉट प्लेस में लगे उसे ‘स्मॉग टावर’ का निरीक्षण करने के लिए बुधवार को एक टीम भेजी, जिसे दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के अध्यक्ष अश्वनी कुमार के ‘एकतरफा’ निर्देशों के बाद बंद कर दिया गया था। उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को स्मॉग टावर को चालू करने का निर्देश दिया था। दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में बुधवार को सुबह वायु गुणवत्ता फिर से ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से फैल रहा धुआं राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण में एक-तिहाई योगदान दे रहा है। दिल्ली में मंगलवार को शाम चार बजे तक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 395 से और ज्यादा खराब स्थिति में पहुंच गया तथा 421 दर्ज किया गया था।

एक अधिकारी ने बताया, ”दिल्ली सरकार के अधिकारियों की एक टीम को स्मॉग टावर के निरीक्षण के लिए भेजा गया है, जो सुनिश्चित करेगी कि टावर फिर से, तत्काल काम करे।” इससे पहले दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दावा किया था कि दिसंबर में डीपीसीसी के अध्यक्ष का प्रभार संभालने वाले कुमार ने स्मॉग टावर परियोजना पर काम कर रही आईआईटी-बॉम्बे और दूसरी एजेंसियों को दी जाने वाली धन राशि पर सरकार को सूचित किए बिना रोक लगा दी थी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 23 अगस्त, 2021 को कनॉट प्लेस में 24 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्मॉग टॉवर का उद्घाटन किया था। राज्य सरकार ने अगले दो वर्षों तक इसके प्रभाव का अध्ययन करने के लिए आईआईटी-बॉम्बे के विशेषज्ञों की एक टीम बनाई थी।

दिल्ली में स्मॉग-रोधी टावर बंद कराने के खिलाफ कार्रवाई

राय ने स्मॉग टॉवर के आंकड़ों को साझा करते हुए कहा था कि पिछले साल इस वायु शोधक ने 50 मीटर के दायरे में वायु प्रदूषण को 70 से 80 प्रतिशत तक और 300 मीटर दायरे में वायु प्रदूषण को 15 से 20 प्रतिशत तक कम कर दिया था। अधिकारियों ने पूर्व में कहा था कि 20 करोड़ रुपये की लागत से बना यह स्मॉग टावर करीब एक हजार क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड की दर से एक किलोमीटर के दायरे में हवा को शुद्ध कर सकता है। सरकारी अधिकारियों ने मंगलवार को कहा था कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में प्रदूषण स्रोतों को पता लगाने के लिए किए जा रहे अध्ययन को रोकने और एक स्मॉग-रोधी टावर बंद कराने के आरोप में डीपीसीसी के अध्यक्ष अश्वनी कुमार को निलंबित करने की उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना से सिफारिश की है। सूत्रों के अनुसार, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी और दिल्ली सरकार में प्रधान सचिव (गृह) कुमार के निलंबन की सिफारिश करने वाली फाइल सक्सेना को भेज दी गई है।

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